चोरी की बिजली से रोशन हो रहा पंडाल, विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठी


0 शहर के अधिकतर पूजा पंडाल वालों ने नहीं लिया है लाइट के लिए कनेक्शन
0 बिजली विभाग के पास सिर्फ 5 पूजा समितियों का कनेक्शन लेने के लिए पहुंचा है आवेदन
कोरबा,दुर्गा पूजा शुरू है। पूरा शहर मां के स्वागत में सज संवर रहा है। विद्युत झालरों से शहर का कोना-कोना जगमगा उठा है। बड़े-बड़े हैलोजन की दूधिया रोशनी से पूजा पंडालों की एक अद्भुत छटा निखर रही हैं। यह सब तो ठीक है लेकिन जिनकी वजह से पूजा पंडाल जगमग-जगमग कर रहे हैं उनका दुर्गा पूजा में दिवाला निकलना तय है। क्योंकि पूजा समितियां अपना काम तो कर रही हैं लेकिन बिजली विभाग को दरकिनार कर। शहर के कुछ पूजा पंडालों को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी पूजा समितियां चोरी की बिजली से अपना पंडाल रोशन कर रही हैं। इसके लिए बिजली विभाग से कोई परमीशन नहीं ली गई है। जबकि बिना परमीशन के इस तरह लिये गये कनेक्शन अवैध होते हैं। इलेक्ट्रिसिटी एक्ट ख्00फ् के सेक्शन क्फ्भ् के तहत यह कानूनन अपराध है और बिजली चोरी की श्रेणी में आता है। ऐसा करने पर भारी जुर्माना व कैद का प्रावधान है। इसके बाद भी ये हाल है। जिला मुख्यालय के दुर्गा पंडाल लाइटों से जगमगा रहे हैं। शहर में अधिकांश जगह पर पंडाल चोरी की बिजली से रोशन हो रहे हैं। वहीं साउंड सिस्टम भी लगाया गया है। विद्युत विभाग के नियमानुसार सभी निजी व सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए अस्थाई रूप से कनेक्शन दिया जाता है, लेकिन शहर में अधिकांश पंडालों के किनारे लगे बिजली खंभों से हुकिंग कर बिजली चोरी की जा रही है। शहर में 50से 80 मां दुर्गा की प्रतिमाओं की स्थापना की गई है, लेकिन नगर के महज कुछ समितियों ने ही कनेक्शन लिया है जबकि अन्य समितियों द्वारा धड़ल्ले से बिजली चोरी कर पंडालों को सजाया गया है। ऐसे में बिजली विभाग को लाखों रूपए की क्षति हो रही है।
0 नहीं लिया अस्थाई कनेक्शन
बिजली विभाग इस तरह के आयोजनों के लिए अस्थाई कनेक्शन जारी करता है। जिसमें बीस किलोवाट के लोड के लिए डेली साढ़े तीन हजार रुपये जमा करने पड़ते हैं। इसके अलावा 98ख् रुपये एक्स्ट्रा लगते हैं। लेकिन विडंबना यह है कि शहर में लगभग 50 जगह से अधिक पूजा पंडाल बनाये गये हैं लेकिन मात्र 5 पूजा पंडालों ने ही कनेक्शन लिया
0 मुफ्त मिल रही तो पैसे क्यों दे
विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण पूजा पंडालों को अस्थाई कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित नहीं किया गया जिसका खामियाजा देखने को मिल रहा है आधे से अधिक पूजा पडाल चोरी की बिजली से रोशन हो रहा है समिति के सदस्यों का कहनl है कि जब हमें फ्री में बिजली मिल रही है तो पैसे देने का कोई मतलब ही नहीं है। अगर कोई बिजली कर्मचारी पंडाल की तरफ आया तो उसे देख लेंगे। यह कोई हमारा पर्सनल काम थोड़े ही है। मां की पूजा है उसमें व्यवधान डालने पर अंजाम ठीक नहीं होगा।
0 विद्युत विभाग में चार-पांच कर्मचारी ऐसे जो बैठे-बैठे ले रहे हैं वेतन
विद्युत विभाग में 4-5 कर्मचारी ऐसे हैं जो ऑफिस में बैठकर वेतन ले रहे हैं इन कर्मचारियों को ना तो खंबा में चढ़ाने आता है और ना ही कोई काम करने आता है केवल बैठे-बैठे ही वेतन प्रति माह ले रहे हैं यदि विभाग चाहती तो कहीं ना कहीं इन कर्मचारियों को पूजा पंडालों में भेज कर जांच कराया जा सकता था लेकिन अधिकारी भी इन कर्मचारियों के ऊपर मेहरबान है
0 पlड़ीमार जोन के ए ई ने बताया स्टाफ की कमी
पlड़ीमार जोन के ए ई माधुरी पटेल ने बताया कि विभाग में स्टाफ की कमी है और ऑपरेटर हड़ताल पर है इस वजह से पूजा पंडालों पर कार्रवाई नहीं किया जा रहा है अगर इसी तरह से कार्रवाई नहीं होगी तो आने वाले दिनों में सभी पूजा पंडाल अवैध रूप से जगमग होंगे
O घरेलू हो उपभोक्ताओं को ही विद्युत विभाग करती है परेशान – स्थानीय लोग
स्थानी लोगों का कहना है कि विद्युत विभाग केवल घरेलू उपभोक्ताओं को ही परेशान करती है उस समय स्टाफ की कमी नहीं रहता है विभाग में और जब कार्रवाई करने की बारी आई तो विभाग ने अपना पलड़ा झड़ते हुए स्टाफ की कमी का रोना रो रहे हैं आखिर कैसे चलेगा ऐसा कुछ लोगों ने खबर ऊर्जा की टीम से बात करते हुए बताया
0 आखिर क्यों विद्युत विभाग अवैध कनेक्शन पर मेहरबान
विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारी अवैध कनेक्शन करने वालों पर आखिर क्यों करवाई नहीं कर रही है यह तो समझ से परे है कुछ पूजा समिति के सदस्यों का विद्युत विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों से मिली भगत है इसलिए विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पूजा समिति के सदस्यों पर मेहरबान है
0 नवरात्रि के तीन दिन गुजर गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
नवरात्रि पर्व 3 अक्टूबर से प्रारंभ हो गया है तीन दिन होने वाला है लेकिन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने से इन समिति के सदस्यों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि हमारा विभाग कुछ नहीं बिगाड़ सकता ऐसा कर रहे हैं इसमें समिति के सदस्यों का पलड़ा भारी नजर आते दिख रहे हैं वहीं विद्युत विभाग की कमजोरी भी नजर आ रही है
0 ग्रामीण क्षेत्रों में भी यहीं हाल
ग्रामीण क्षेत्रों में भी जगह-जगह गणेश स्थापना की गई है। यहां भी चोरी की बिजली से पण्डालों को सजाया गया है। रात भर रंग बिरंगे झालरों के साथ बल्ब जलते हैं। इससे बिजली की अधिक खपत हो रही है, मगर इन पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती। गणेशोत्सव के लिए चंदा से हजारों रूपए जुटाया जाता है। टेंट, प्रतिमा आदि पर राशि खर्च की जाती है, तो आखिर पण्डाल को रोशन करने के लिए उपयोगी बिजली का बिल देने में कोताही क्यों बरती जाती हैं यह समझ से परे हैं।