कोरबा

तेंदुए को जहर देकर मारने के आरोप में पिता – पुत्र व ग्रामीण गिरफ्तार

0 कटघोरा वन मंडल के जंगल में मिली थी लाश

कोरबा ,कोरबा जिलान्तर्गत कटघोरा वन मंडल क्षेत्र के जंगल में एक व्यस्क तेंदुए की लाश मिलने और उसके अंग गायब होने के मामले का खुलासा किया गया हैं। जानकारी के अनुसार इस वारदात में शामिल तीन कथित आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कथित आरोपियों को पकड़ने में पुलिस डॉग की अहम भूमिका बताई जा रही हैं। तीनों कथित आरोपी तेंदुए के दांत और नाखून सहित पकड़ लिए गए हैं। बताया जा रहा हैं की इनमें से दो पिता पुत्र हैं, जिन्होंने अपने बछड़े के शिकार से नाराज होकर तेंदुए को जहर देकर मार डाला। कुछ देर बाद वहां से गुजर रहे तीसरे कथित आरोपी ने जंगल में तेंदुए का शव पड़ा देखा। इस मौके का फायदा उठाकर वह उसके दांत, नाखून और चमड़ी काट ले गया।
उल्लेखनीय हैं की ग्राम राहा के जंगल में 15 मई की सुबह लगभग 11 बजे ग्रामीणों ने एक तेंदुए की लाश को देखा। उसके छह नाखून दो दांत व पीठ से चालीस बाय पचास सेंटीमीटर चमड़ी निकाल ली गई थी। घटना स्थल से कुछ दूर कटी हुई पूंछ वन विभाग ने बरामद की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तेंदुए को जहर देकर मारने की पुष्टि हुई। वन अधिनियम प्रावधानों को तहत तेंदुए का अंतिम संस्कार किया गया। गुरूवार को वन विभाग की टीम ने घटना स्थल के आसपास के क्षेत्र को फिर से खंगालना शुरू किया। इस दौरान एक गाय के बछड़े का शव भी मिला। जिसके आधे से अधिक भाग को जंगली जानवर ने खा लिया था। अधिकारियों को तभी संदेह हो गया था कि बछड़े को तेंदुआ द्वारा मार दिए जाने के कारण ही उसको भी जहर देकर मारा गया है। इसकी पुष्टि उस वक्त हो गई जब डाग स्क्वायड की टीम घटना स्थल से करीब एक किलो मीटर दूर ग्राम भवरदा निवासी के घर जाकर रूका। पूछताछ करने पर उसने जुर्म स्वीकार कर लिया और बताया कि मृत मिला बछड़ा उसका है और तेंदुए के शिकार किए जाने से वह काफी आक्रोशित था। बदला लेने के लिए उसने अपने पुत्र के साथ बछड़े के शव में ही जहरीली जड़ी-बूटी व फोरेट छिड़क दिया था। वन विभाग ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत सभी आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही कर न्यायालय में प्रस्तुत करने की तैयारी की जा रही है।
जहर देकर तेंदुए को मारने वाले पिता-पुत्र तो पकड़ लिए गए हैं पर तेंदुए के दांत और नाखूनों सहित लापता हुए अंगों को किसने गायब किया, इसकी भी जांच अभी बाकी थी। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने तेंदुए को जहर देकर मारा जरूर पर उसके अंग काटकर कौन ले गया, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद फिर वन विभाग के अधिकारियों ने पतासाजी शुरू की तो मिसिया दर्रीपारा निवासी का पता चला। टीम उसके घर पहुंची और तालाशी ली। तब घर में जानवर पकड़ने के उपयोग में आने वाला जाल मिला। पूछताछ करने पर उसने तेंदुए के अंग निकालने का अपराध स्वीकार कर लिया।
पाली रेंजर संजय लकड़ा ने बताया कि जहर देकर मारने वाले तीन लोगों को पुलिस और डॉग स्क्वायड की मदद से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियो के खिलाफ वन जीव अधिनियिम के तहत आगे की कार्यवाही की जा रही है।

    Ramesh Verma

    Mob. 9144488800, 9685187361

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