विधानसभा व लोकसभा चुनाव में हटाये गये अफसरों के निकाय चुनाव में जोड़ दिये गये नाम



0 कांग्रेस के शहर अध्यक्ष ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का एक और नमूना किया पेश
0 कायदे तो सभी जानते हैं उन्हीं कायदों का पालन करायंे कलेक्टर
कोरबा ,पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के बाद अब कांग्रेस के शहर अध्यक्ष नत्थूलाल यादव ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का एक और पोल खोली है। उन्होंने दस्तावेज पेश करते हुए कहा है कि विधानसभा 2023 और लोकसभा 2024 के चुनाव के दौरान पीडब्ल्यूडी कॉलोनी के सरकारी आवास में रहने वाले चार में से तीन पूर्व कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, मोहम्मद कैसर अब्दुल हक एवं किरण कौशल का नाम मतदाता सूची से हटा कर दुरुस्त कर लिया गया था लेकिन नगरीय निकाय चुनाव के दौरान पुनः इन अधिकारियों के नाम जोड़ दिये गये। श्री यादव ने सवाल उठाते हुए कहा है कि भूलवश नाम नहीं हटाये जाने का मामला मानवीय त्रुटि हो सकती है पर हटाये हुए नामों को पुनः सूची में जोड़कर प्रकाशन किया जाना जानबूझ कर की गई गलती प्रतीत हो रहा है। इसके लिये सीधे तौर पर निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारी व अधिकारी दोषी हैं। तत्काल इन पर कार्यवाही की जानी चाहिए। श्री यादव ने हैरत इस बात पर जताया है कि मतदाता सूची में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी उजागर होने के बाद उस पर ठोस कदम उठाते हुए सूची दुरुस्त करने की जगह उल्टे कलेक्टर अजीत वसंत नियम कायदों की जानकारी दे रहे हैं। यह बात भला कौन नहीं जानता कि यदि चुनाव परिणाम से प्रत्याशी सहमत नहीं होता है तो वह निर्धारित समय पर कोर्ट में याचिका दायर कर सकता है। श्री यादव ने कहा है कि कायदे बताने की जगह कायदों का पालन करते हुए निर्वाचन कार्य में किये गये गलतियों को सुधारा जाये। नियम के तहत् लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को चिन्हित कर विभागीय प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही किया जाये।