मिनीमाता ने दलित शोषित समाज ही नहीं सभी वर्गों के लिये एक समान कार्य किया : पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद

0 मिनीमाता के पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित कर दी गई श्रद्धांजलि
कोरबा ,छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता बहुआयामी व्यक्त्वि की धनी थी। अपने प्रखर नेतृत्व क्षमता की बदौलत राष्ट्रीय नेताओं के बीच उनकी अलग पहचान थी उक्त कथन पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद ने मिनीमाता के पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किया श्री प्रसाद ने आगे कहा कि मिनीमाता ने दलित शोषित समाज ही नहीं वरन् सभी वर्गों के लिये एक समान कार्य किया, इसी वजह से मिनीमाता लोकप्रियता के शीर्ष पर पहुॅंची।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष नत्थूलाल यादव ने कहा कि मिनीमाता नारी उत्थान, किसान, मजदूर, छुआ-छूत निवारण कानून, बाल विवाह, दहेज प्रथा, निःशक्त व अनाथों के लिये आश्रम, महिला शिक्षा और जनहित के अनेक फैसले और समाज हितैषी कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया और संसद में अनेकों कानून बनवाकर समाज को लाभ दिलवाया।
कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष एवं पार्षद नारायण कुर्रे ने बताया कि मिनीमाता का मूल नाम मीनाक्षी देवी था, उनका जन्म 13 मार्च 1913 को असम राज्य के दौलगांव में हुआ था मिनीमाता सत्य, अहिंसा एवं प्रेम की साक्षात् प्रतिमूर्ति थी। छत्तीसगढ़ आकर उन्होंने पूरा जीवन छत्तीसगढ़ के विकास के लिये समर्पित कर दिया।
सतनाम समाज के अध्यक्ष यू.आर. महिलांगे एवं पूर्व सभापति श्यामसुन्दर सोनी ने बताया कि स्वतंत्रता पश्चात् लोकसभा का प्रथम चुनाव सन् 1951-52 में सम्पन्न हुआ मिनीमाता 1951 से 1971 तक सांसद रही। पहली बार अविभाजित मध्यप्रदेश में बिलासपुर-दुर्ग-रायपुर आरक्षित सीट से लोकसभा में पहली बार सांसद चुनी गई। इसके बाद जॉंजगीर लोकसभा क्षेत्र से लगातार चुनाव जीत कर लोकसभा पहुॅंची।
पुण्यतिथि की कार्यक्रम का आयोजन मिनीमाता कॉलेज परिसर ओपन थियेटर के सामने स्थापित मिनीमाता प्रतिमा स्थल के समक्ष किया गया। जहॉं सबसे पहले मिनीमाता के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजली दी गई तत्पश्चात् उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला गयां
सतनाम समाज के कोरबा अध्यक्ष यू.आर. महिलांगे, पूर्व सभापति श्यामसुंदर सोनी, रवि खूंटे, ए.डी. जोशी, पुस्कर आदिले, सीमा कुर्रे, छत्रपाल कुर्रे, विजय आदिले, पंचराम निराला, गणेशराम खूंटे, राम बाई लहरे, दीपक टंडन, ईश्वर चेस्कर, श्याम बाई खूंटे, विजय आनंद, संतदास दिवाकर, मंडल अध्यक्ष पालूराम साहू, जवाहर निर्मलकर पार्षद सुखसागर निर्मलकर, अविनाश बंजारे, जे.पी. कोसले, गणेश दास महंत, शैलेन्द्र सिंह आदि ने मिनीमाता को याद करते हुए उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला और मिनीमाता के प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजली अर्पित कर मिनीमाता को श्रद्धांजली दिया।