श्रावण में श्री शिव महापुराण कथा का भव्य आयोजन कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा जी (सिहोर वाले) 12 जुलाई से

कोरबा,माँ सर्वमंगला की पावन धरा ऊर्जा नगरी कोरबा में सावन के पवित्र माह में श्री शिव महापुराण कथा का भव्य आयोजन 12 जुलाई से 18 जुलाई 2025 में सर्वमंगला मंदिर से कनकी जाने वाली नहर मार्ग पर खैरभावना कनबेरी मैदान में विश्व विख्यात कथा प्रवक्ता पं. प्रदीप मिश्रा जी के मुखारविंद से श्री शिव महापुराण की अमृत वर्षा होगी। इस भव्य आयोजन में पं. प्रदीप मिश्रा जी 11 जुलाई को कोरबा आयेंगे एवं सात दिवसीय ज्ञान गंगा प्रवाहित कर सभी शिव भक्तों की मनोकामना पूर्ण करेंगे। कथा का समय प्रतिदिन दोपहर 01 बजे से सायं 04 बजे तक किया जायेगा ।
आयोजन के पूर्व की रचना एवं समिति का परिचय :-
इस धार्मिक आयोजन के लिए प्रथम बैठक माँ सर्वमंगला मंदिर में रखी गई जिसमें शिव भक्त कथा प्रेमी बंधु एवं मातृशक्ति की उपस्थिति में विस्तृत चर्चा कर कथा के आयोजन की सहमति हुई। इसी दौरान कथा के आयोजन हेतु कोरबा से सिहोर के लिए कुल 14 भक्तों का समूह प्रस्थान किया और पं. प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा आशीर्वाद प्राप्त कर कथा की तिथि का निर्धारित किया गया।
श्री शिव महापुराण कथा को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने हेतु एक पंजीकृत समिति का गठन किया गया जिसका नाम सर्वसहमति से श्री महाकाल भक्त मण्डल कोरबा रखा गया एवं श्री महाकाल भक्त मण्डल कोरबा के आय-व्यय का लेखा-जोखा में पारदर्शिता बनी रहे इसके लिए बैंक में खाता खोला गया है।
श्री महाकाल भक्त मण्डल कोरबा के गठन का मुख्य उद्देश्य
भारतीय जीवन दशर्न में अलगाव वाद, भेदभाव, अस्पृश्यता को कभी स्थान नहीं मिला लेकिन विदेशी अताताईयों के ढ़ाई हजार वर्षो में संघर्षो के दौर में एक समय ऐसा भी आया जब तलबार के बल पर धर्मांतरण के लिए भारतीय जन को विवश किया गया, जो धर्म पर अडिग रहे उनको मौत के घाट उतारा गया, जो धर्म से विचलित हुए उनका धर्म परिवर्तन किया गया। बहुत सारे लोग ऐसे थे जो अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया उनका धर्म भंग करने के लिए उन्हे मैला उठाने का काम कराया गया। इसी के साथ भारत में ऊच-नीच, जाति-भेद एवं अस्पृशता का भाव पैदा हुआ और अपने प्रीय जनता को वोट बैंक के नाम पर ऊच-नीच की श्रेणी में रखकर उन्हे पिछड़ा ही रखा गया। आज वर्तमान में सनातनी अपने मार्ग से भटक कर अपनी संस्कृति पूजा पाठ को भूल कर धर्मांतरण का






