कोरबा

सर्पदंश के मामले में हो रही है लगातार वृद्धि, बिस्तर में चढ़कर काट रहे हैं सांप


कोरबा, जिले में इस तरह के मामले में एक सप्ताह के भीतर एक दूधमुंहे बच्चे सहित पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इससे स्वास्थ्य विभाग में हडक़ंप मचा हुआ है। इसमें से कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें सांप के काटने का एहसास देरी से होने और अस्पताल पहुंचने में विलंब होने पर सही समय पर उपचार नहीं मिल सका, इससे उनकी मौत हो गई। स्नैक कैचर टीम के सदस्य ने बताया कि एक स्टडी के अनुसार सांप के बाहर निकलने के सबसे अधिक मामले बारिश के दिनों में देखे जाते है। बारिश के दिनों में सांप के बिल में पानी भर जाता है और वे सूखे स्थान और शिकार की तालाश में भटकते हुए मकानों की ओर पहुंचते हैं। ऐसे में लोगों को सांप से बचाव के लिए सावधानी बरतने की बहुत जरूरत है। जिले में सबसे अधिक खतरा करैत प्रजाति के सांप से बना हुआ है। करैत सांप गर्माहट पाने के लिए बिस्तर पर चढ़ जाता है। मनुष्य सोने के दौरान जब करवट लेता है तब सांप खुद को असुरक्षित सहसूस करता है और खुद को बचाने के लिए काट कर भाग जाता है। इसके काटने की जानकारी लोगों को देरी से होता है, तब तक जहर मनुष्य के शरीर पर फैल जाता है और समय पर इलाज नहीं मिलने से उसकी मौत तक हो जाती है। स्वास्थ्य विभाग सांप के काटने पर मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुंचने जागरूक किया जा रहा है।

0 बचाव के लिए अपनाएं उपाय
सोने के दौरान जमीन पर लगा बिस्तर व पलंग दीवाल से सटाकर नहीं रखें। मकान व कक्ष पर पर्याप्त लाइट की रोशनी रखें, सांप अंधेरे स्थान की तलाश करता रहता है। जिस रास्ते से सांप का आना अधिक होता है, वहां पर फिनाइल या कोई अन्य गंधयुक्त केमिकल का छिडक़ाव करें, इसके गंध से सांप दूर रहता है।

    Ramesh Verma

    Mob. 9144488800, 9685187361

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